केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख तथा भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष 22 अप्रैल, 2022 को नई दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का प्रदर्शन किया गया। टाटा मोटर्स, परफेक्ट मेटल इंडस्ट्रीज (पीएमआई) तथा रिवोल्ट मोटर्स के इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन प्रदर्शित किए तथा पिछले कुछ वर्षों के दौरान अर्जित प्रौद्योगिकी तथा प्रचालन के दायरे में वृद्धि के बारे में जानकारी दी।
रक्षा मंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने तथा सरकार की नीतियों के अनुरुप जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाने की भारतीय सेना की पहल की सराहना की। फेम I तथा II की सरकारी नीति ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन परितंत्र को बनाये रखने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास को भरपूर बढ़ावा दिया है। इलेक्ट्रिक वाहन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए लाइसेंस लेने की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है।
थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे का मानना है कि परिवहन का भविष्य इलेक्ट्रिक वाहनों में निहित है तथा भारतीय सेना को इस मामले में एक पथप्रदर्शक बनना होगा तथा इस तकनीक को अपनाने में अग्रणी भूमिका निभानी होगी, भले ही विश्व की सेनाएं अभी भी इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने पर विचार ही कर रही हैं।
सेनाध्यक्ष के निर्देशों के आधार पर, भारतीय सेना में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने के लिए एक निश्चित समयबद्ध रूपरेखा तैयार करने के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में आपूर्ति एवं परिवहन महानिदेशक (डीजीएसटी) लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार सिंह यादव के तहत अधिकारियों के एक बोर्ड को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
अधिकारियों के बोर्ड ने अपनी अनुशंसाओं को अंतिम रूप दे दिया है और लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार सिंह यादव ने सेना कमांडरों की बैठक के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने की योजना के बारे में सेनाध्यक्ष, सेना के कमांडरों तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। वर्तमान में, भारतीय सेना तीन श्रेणियों अर्थात कारों, बसों तथा मोटर साइकिलों में इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करने की योजना बना रही है।