नयी दिल्ली आईबीसी ग्लोबल न्यूज नेटवर्क – केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी त्तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ) ; प्रधानमन्त्री कार्यालय ( पीएमओ ) , कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने आज यहां डॉ.अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित ” विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव 2023 ” में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और राजस्थान के अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के विश्वविद्यालय पारिस्थितिकी तंत्र में बुनियादी ढांचा तथा वैज्ञानिक सुविधाएं प्रदान करके नए और उभरते क्षेत्रों में स्टार्ट- अप तथा अनुसन्धान और विकास ( आर एंड डी ) गतिविधियों के लिए एक विशेष अभियान की घोषणा की।
प्रतिस्पर्धी लाभ के लिए भारत के अभियान में हमारे विश्वविद्यालयों और संबंधित संस्थानों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा के भंडार के रूप में उच्च क्षमता वाले मानव संसाधन सृजित करने की दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभाने की आवश्यकता है । हमारे माननीय पीएम की परिकल्पना के इस आलोक में कि भारत की आत्मनिर्भरता -अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, प्रौद्योगिकी संचालित प्रणाली, जीवंत जनसांख्यिकी, और मांग के पांच स्तंभों पर आधारित होगी, को देखते हुए राष्ट्र द्वारा एक आत्मनिर्भर भारत के विकास में योगदान करने के लिए,प्रासंगिक अनुसन्धान और विकास ( आर एंड डी ) के बुनियादी ढांचे की नींव को मजबूत करना औचित्यपूर्ण है“।