नयी दिल्ली : पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों द्वारा छोड़ी गई संपत्ति – ज्यादातर 1947 और 1962 के बीच – ‘शत्रु संपत्ति’ कहलाती है।
पहली किश्त में, सरकार 20 कंपनियों में लगभग 1.88 लाख शेयर बेचने पर विचार कर रही है और 10 श्रेणियों के खरीदारों से बोलियां आमंत्रित की हैं।