उत्तर प्रदेश 22 मई : भारत मे एक षड्यंत्र के तहत बड़े पैमाने पर लंबे समय से धर्मांतरण का खेल जारी है। ईसाई मिशनरियों तथा विभिन्न मुस्लिम संगठनों द्वारा इस दिशा में लगातार मुहिम चलाई जा रही है। विभिन्न राज्यो ने धर्मांतरण रोकने के लिए अनेक प्रभावी कानून बनाये लेकिन बावजूद इसके धर्मांतरण रुकने का नाम नही ले रहा है। स्पस्ट है कि इससे सम्बंधित विभिन्न कानून उतने प्रभावी नही रहे हैं। धर्मांतरण किसी राष्ट्र की सांस्कृति पहचान को समाप्त कर उस राष्ट्र को पूरी तरह से निगल जाने की कुत्सित षड्यंत्र है।यह राष्ट्रीय अस्मिता के लिए एक गम्भीर खतरा है।
अतः केंद्र सरकार एक आयोग बना कर आजादी के बाद से अबतक भारत मे हुए धर्मांतरण के भिभिन्न पहलुओं की जाँच करें।धर्मांतरण के कारणों उसमे संलग्न भिभिन्न संस्थाओ लोगों तथा उनको प्राप्त विदेशी तथा देशी फंडिंग विभिन्न राजनीतिक दलों व स्वैच्छिक संगठनों की भूमिका का पता भी किया जाना चाहिए साथ ही जिनका धर्म परिवर्तन हो चुका है यदि वे मूल धर्म मे वापस आना चाहते हैं तो उस दिशा में भी प्रयास किया जाना चाहिये। आर्यसमाज जैसी संस्था ने पूर्व में इस दिशा में अनेक हिन्दुओ की अपने मूल धर्म मे वापसी कराया था।