पटना 15 अक्तूबर ’2022: जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने बढ़ती महंगाई के लिए मोदी सरकार को जवाबदेह ठहराते हुए कहा कि उनकी आर्थिक नीतियों की असफलता ने आम लोगों की ज़िंदगी अत्यंत कठिन बना दी है।श्री प्रसाद ने कहा कि थोक एवं खुदरा मूल्य सूचकांक आसमान छू रहे हैं।
चावल,आटा,सब्ज़ियाँ,डाल,खाद्य तेल,निबु जैसी सामग्रियों की क़ीमतें अप्रत्याशित रूप से बढ़ी हैं।वहीं एफसीआई के अनुसार गेहूं एवं चावल का बफ़र स्टॉक न्यूनतम सीमा से थोड़ा ही ज़्यादा है।अभी इन दोनो का स्टॉक 511.4 लाख टन है जो इसी समय पिछले वर्ष 816 लाख टन था।स्पष्ट है कि लोगों की आवश्यकताओं को अगले तीन माह के बाद पूरा करने में सक्षम नहीं है।दूसरी तरफ़ डीज़ल पेट्रोल एवं एलपीजी की क़ीमतों में कमरतोड़ बढ़ोतरी से लोग पहले से ही परेशान हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि घटता विदेशी मुद्रा भंडार एवं रुपए के अवमूल्यन से भी भारत की बदहाल अर्थव्यवस्था के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं,लेकिन बजाय इसके उपचार की बेहतर रणनीति के केंद्र सरकार केवल राजनीतिक विरोधियों को केंद्रीय एजेंसिज के माध्यम से साधने में लगी है।पूरे देश में हिंदू-मुसलमान,बाइबिल -हिजाब एवं मदरसों की चर्चा करके भाजपा अपनी नाकामियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती हैं।
यह बातें श्री प्रसाद ने पटना स्थित कच्ची तालाब सरिस्ताबाद में आयोजित जदयू सदस्यता अभियान के दौरान कहा।
इस अवसर पर ई राजेंद्र यादव,नागेंद्र कुमार,मुकेश यादव,सागर यादव ,विनीत यादव,शोभा देवी,एजाज़ अहमद,डॉक्टर सुनिता बिंद,कंचनमाला चौधरी,पीयूष श्रीवास्तव,प्रणव पंकज सिन्हा,अरुण कुमारसिंह,नौशाद खान,सुरईया अख़्तर,
ख़ुशबू कुमारी,कंचनमाला चौधरी,माधुरी पटेल,अरुण कुमार सिंह,वंदना सिन्हा, उषा देवी,सरोज देवी,गुड़िया देवी,प्रसून श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।