वायरल वीडियो को ट्वीट करने पर पत्रकार के खिलाफ मुकदमा। पत्रकरो ने आरोपो की मजिस्ट्रेटियल जांच कराने की रखी मांग।

कुशीनगर आईबीसी ग्लोबल न्यूज नेटवर्क – तरया सुजान थाने से सोशल मीडिया पर वायरल हुई थाने के कमरे से डान्स का वीडियो को ट्वीट करने के मामले में पत्रकार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस ने यह मुकदमा तरया सुजान में तैनात महिला आरक्षी की तहरीर पर दर्ज कर जाच की बात कह रही। वही पत्रकारों ने महिला आरक्षी द्वारा दी गयी तहरीर में लगाए आरोप को गलत बताते हुते मजिस्ट्रेटियल जाँच की मांग किया। इसके लिए जिले भर के पत्रकारों ने डीएम से मिलकर ज्ञापन शौपा।

जिले के पत्रकार अखिलेश तिवारी पर तरयासुजान पुलिस द्वारा बिना जाच के मुकदमा दर्ज होने से नाराज जिलेभर के पत्रकारों विरोध प्रदर्शन किया हैं। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट से जुड़े सैकड़ो पत्रकारों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने बुद्धा पार्क में इकठ्ठा होकर हाथों पर काली पट्टी बांध शान्तिपूर्ण मार्च किया। पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पत्रकार पर लगे आरोप को निष्पक्ष जाँच के लिए ज्ञापन शौपा जिसपर संतोषजनक आश्वाशन न मिलने पर पत्रकार जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे। डीएम से मिलकर पत्रकारों ने वीडियो के सम्बंध में पत्रकार अखिलेश तिवारी पर एफआईआर में लगाये आरोपो की निष्पक्ष मजिस्ट्रेटियल जांच कराने की मांग किया।

तरयासुजान थानाक्षेत्र की एक महिला आरक्षी ने उक्त थाने में 20 दिसम्बर को एक तहरीर देकर जिले के एक पत्रकार पर गम्भीर आरोप लगाया। जिसमे आरोप लगाते हुए कहा की एक महिला कांस्टेबल के जन्मदिन पर लगभग दो माह पूर्व हम ऑफ डिवटी आवासीय कमरे में डांस किया। जिसका वीडियो संभवतः अखिलेश तिवारी पत्रकार ने छुपकर बना लिया और उसे 20 दिसम्बर को सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिससे हम लोगो की लज्जा को ठेस पहुची हैं। महिला कांस्टेबल के इस तहरीर पर पुलिस मान्यता प्राप्त पत्रकार से बिना पक्ष लिया या जाँच किये सीधे गम्भीर धाराओं में मुकदमा लिख दिया।

जिसके बाद पत्रकारों ने पुलिस द्वारा किये इस तरह के मुकदमे का विरोध किया हैं। आरोपी पत्रकार अखिलेश तिवारी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुझे बीस तारीख को एक वायरल वीडियो मिला जिसे मैंने पहले थानाध्यक्ष से कन्फर्म किया फिर अपने संथान को भेजा फिर उसे ट्वीट किया। जिसपर महिला कांस्टेबल ने मेरे द्वारा वीडियो बनाये जाने का आरोप लगाया जो पूरी तरह गलत हैं । हालांकि अपने ट्वीट के बाद मैं एक और पोस्ट कर किसी की भावना आहत न करने के साथ माफी भी मांगी हैं। लेकिन अक्सर पुलिस और लापरवाह लोगो के विरूद्ध बड़े अधिकारियों को ट्वीट के जरिये मैं जानकारी देता रहता हूं। जिससे पुलिस महकमा काफी खार खाया हुआ है और इस लिए ही बिना जाच मेरी कलम रोकने की नीयत से आनन फानन में मुकदमा दर्ज किया।

जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के बाद पत्रकार एसएन शुक्ला और मनीष मिश्रा ने कहा कि पुलिस पत्रकारों को डराने की कोशिश कर रही हैं। उनके कारनामो को अक्सर अखिलेश अपने ट्विटर और खबरों से उजागर करते रहते हैं। इसलिए पुलिस महकमा बेबुनियाद आरोपो के आधार पर मुकदमा कर डरा रही हैं। हम लोगो ने अरोपो और वीडियो की डीएम से मजिस्ट्रेटियल जाच की मांग किया हैं डीएम ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया।

इस दौरान मिथलेश्वर पाण्डेय , ओमप्रकाश द्विवेदी, कृष्णमोहन पांडेय, संजय चाणक्य, अरुण कुमार राव, जोतिभान मिश्रा, अशोक शुक्ला, केडी यादव, कुन्दन मिश्रा, रजनीश राय, राजकुमार गिरी, राजेश चौहान, शिवाकांत पाण्डेय, गोपीचन्द, आदित्य पाण्डेय, सुनील, उपेंद्र, हेमंत, आरके भट्ट, फडेन्द्र पाण्डेय, अशोक सिंह, खुर्शेद आलम, विष्णु, अजित दीक्षित, प्रमोद, मुकेश पटेल के साथ सैकडो पत्रकार मौजूद रहे।

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Author: ibcglobalnews

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