पूर्णिया (बिहार) आईबीसी ग्लोबल न्यूज नेटवर्क – पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से महागठबंधन की सभी घटक दलों ने संयुक्त रूप से भाजपा की जनविरोधी नीतियों और बिहार के साथ निरंतर हो रहे सौतेले व्यवहार के विरुद्ध बिगुल फूँका। सीमांचल की जागरूक जनता ने अपने अपार जनसमर्थन से महागठबंधन में अपनी आस्था का प्रदर्शन किया।
बिहार जब लड़ता है तब दिल्ली हारता है। हम चाहते है कि बिहार की तरह दिल्ली से भी धर्म-जाति के आधार पर विद्वेष फैलाने वाले लोग भगाए जाएं और लोकतांत्रिक, समाजवादी, विकसित और प्रगतिशील भारत का निर्माण हो, जिसमें अड़ानी और भगवतिया देवी बराबर हो।
भाजपा 2014 में किए अपने तमाम वादों से मुकर गई। सालाना 2 करोड़ नौकरियाँ, काला धन, किसानों की आय दुगुनी, सबको आवास का वादा था लेकिन इन्होंने सिर्फ और सिर्फ जुमला दिया, और नागपुरिया कानून दिया। इसी पूर्णिया के इसी मैदान से 2014 में लोकसभा चुनाव में में प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे। लेकिन 8 साल हो गए अब उस पर कुछ नहीं बोलेंगे? बिहार ने 39 सांसद दिए, बिहार को बजट में क्या मिला? इन्होंने रेल-तेल-भेल, पोर्ट-एयरपोर्ट, BSNL-LIC सब बेच दिया। केवल गुजरात और गुजराती ही देश चला रहे है।