बांदा उत्तर प्रदेश – बांदा में DM साहब के ड्राइवर इम्तियाज़ उद्दीन का रिटायरमेंट था.. रोज़ की तरह इम्तियाज़ अपने DM अनुराग पटेल को ऑफ़िस ले गए और वापस लाये। शाम को DM अनुराग पटेल ने इम्तियाज़ के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया.. उन्हें अनुराग जी ने शाल और स्मिर्ति चिन्ह भेंट किये.. विदाई समारोह के बाद इम्तियाज़ उद्दीन जब भीगी आँखों से घर जाने को हुए तब DM अनुराग पटेल स्वयं जा कर ड्राइवर की सीट पर बैठ गए और इम्तियाज़ को अपने बग़ल की सीट पर बैठने को बोला.. इम्तियाज़ ने मना किया मगर DM साहब नहीं माने.. इम्तियाज़ के बैठने के बाद अनुराग पटेल ने उनसे कहा “तो अब चलें?”
अपने साहब के मुहँ से ऐसी बात सुनकर इम्तियाज़ रोने लगे और उनके साथ साथ वहां आये तमाम कर्मचारियों की आँखें भी भीग गयीं फिर DM अनुराग पटेल अपने ड्राइवर इम्तियाज़ को उनके घर तक स्वयं ड्राइवर बन कर छोड़ने गए। रिटायरमेंट के ऐसा तोहफ़ा शायद ही किसी DM ने आज तक अपने ड्राइवर को दिया हो।