लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने बुद्धजीवियों के साथ की लखनऊ नगर निकाय चुनाव की समीक्षा

लखनऊ आईबीसी ग्लोबल न्यूज नेटवर्क – निकाय चुनाव की गहमागहमी और मतगणना के तनाव भरे दौर से गुजर कर शहर के कुछ प्रबुद्धजन कल राजधानी के प्रतिष्ठित महापौर पद के चुनाव परिणाम पर चर्चा के लिए एकत्र हुए। बैठक में समाजवादी पार्टी की महापौर पद की उम्मीदवार श्रीमती वंदना मिश्रा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रहे डॉ0 रमेश दीक्षित, वरिष्ठ पत्रकार श्री मधुकर त्रिवेदी, राजनीतिक पर्यवेक्षक श्री अतहर हुसैन, समाजसेवी श्री अनुराग मिश्र, राजनीतिक कार्यकर्ता श्री इमरान खां तथा बुद्धिजीवी श्री राशिद खां आदि ने विचार विमर्श में प्रतिभाग किया।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एमएलसी श्री राजेन्द्र चौधरी का कहना था कि नागरिक समाज में श्री अखिलेश यादव के समर्थन का विस्तार हो रहा है। महानगरों में समाजवादी पार्टी की सरकार के विकासकार्यों की लोग चर्चा करने लगे हैं। लखनऊ में आज जो भी विकास दिखता है, वह सब श्री अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल के समय का ही है। गोमती रिवरफ्रंट जनेश्वर मिश्र और लोहिया पार्क, अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इकाना स्टेडियम, जेपी इन्टरनेशनल सेंटर आदि अपनी भव्यता के लिए जाने जाते हैं और ये सभी विकास कार्य जनहित से जुड़े हुए हैं। मेट्रो रेल, आवागमन का सुगम साधन बन गई है।

सभी लोगों की राय थी कि समाजवादी पार्टी ने श्रीमती वंदना मिश्रा को महापौर पद का प्रत्याशी बनाकर प्रबुद्ध समाज की भागीदारी से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सम्मान दिया। इसकी सकारात्मक प्रतिक्रिया हुई और सर्व समाज का भरपूर समर्थन और मत मिले। लखनऊ में एक रिकार्ड बना।

समाजवादी पार्टी को मुस्लिमों ने भरपूर समर्थन देना जारी रखा है और लखनऊ महापौर के चुनाव में श्रीमती वंदना मिश्रा जी को अल्पसंख्यक समाज के सबसे ज्यादा मत मिले। श्री इमरान खां और श्री राशिद खां का भी यही मानना था कि लखनऊ शहर ने अपनी मिलीजुली तहजीब को बचाए रखा। सवर्ण मतदाताओं की धारणा में समाजवादी पार्टी के प्रति बदलाव आया है। सवर्ण मतदाताओं ने भी बेहिचक समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया है। पार्टी का अपना वोट बैंक है जो टस से मस नहीं हुआ। फलतः महापौर प्रत्याशी को जबर्दस्त समर्थन मिला। इसके अतिरिक्त साधनों की कमी के बावजूद महापौर चुनाव में जनता के समर्थन से रिकार्ड मत मिले। भाजपा द्वारा सत्ता के दुरुपयोग और तमाम तरह की धांधली के बावजूद समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी को तीन लाख वोट मिलना ऐतिहासिक घटनाचक्र है।

महापौर प्रत्याशी श्रीमती वंदना मिश्रा ने मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए श्री अखिलेश यादव जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान वे जहां-जहां गई, वहीं समाजवादी पार्टी की सरकार के विकास कार्यों की चर्चा होती थी। समाजवादी सरकार के कामों पर बस भाजपा अपना दावा ठोंकती रहती है। समाजवादी पार्टी के विकासकार्यों को बर्बाद करने में भाजपा ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। लखनऊ में मार्निंग वाक में डॉ0 राममनोहर लोहिया और जनेश्वर मिश्र पार्क में भी सैकड़ों लोगों ने अखिलेश जी के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वे आगे भी जनता के बीच बनी रहेंगी और उनकी आवाज उठाती रहेगी

अखिलेश यादव ने लखनऊ नगर निगम के महापौर पद के लिए श्रीमती वंदना मिश्रा को प्रत्याशी बनाकर एक बड़ा अवसर दिया है। श्रीमती मिश्रा परास्नातक होने के साथ जेएनयू में छात्र संघ की कार्यवाहक अध्यक्ष, पीयूसीएल की चार बार महासचिव रही है। वे वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता रही हैं। वे समाजवादी चिंतक, किशन पटनायक के नेतृत्व में बने समता संगठन की युवजन इकाई समता युवजन सभा की दिल्ली प्रदेश इकाई की प्रदेश अध्यक्ष भी रही है। श्री किशन पटनायक सांसद एवं डॉ0 राममनोहर लोहिया के सहयोगी थे। वंदना जी लखनऊ के सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय रही हैं इसलिए वे लखनऊ के लोगों के लिए जाना पहचाना चेहरा है। श्रीमती वंदना मिश्रा के पिता श्री अखिलेश मिश्र अपने समय के जाने माने लेखक, पत्रकार और जनसरोकारों में सक्रिय भागीदारी करने वालों में गिने जाते थे। इस पृष्ठभूमि की वंदना मिश्रा को जो जबर्दस्त जनसमर्थन मिला वह अपेक्षित था।

ibcglobalnews
Author: ibcglobalnews

Leave a Comment

अपना शहर चुनें

× How can I help you?