छतरपुर मध्य प्रदेश – प्रदेश के छतरपुर जिले में एक और पेशाब कांड सामने आया है। इस बार आरोप थाना प्रभारी पर लगाया गया है। छतरपुर निवासी पत्रकार मिंटू दुबे की बहन और साथी पत्रकारों ने सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू पर मिंटू दुबे से मारपीट और सिर पर चढ़कर पेशाब करने का आरोप लगाया है। पत्रकार की बहन ने इस मामले में छतरपुर एसपी अमित सांघी को लिखित शिकायत दी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए कहा है कि, सिर पर चढ़कर … ” एक गाली है। जो अब दबंगों का हथियार बन गयी है।
नंगेपन के खिलाफ मध्य प्रदेश को खड़ा होना पड़ेगा-दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस घटना पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, “सिर पर चढ़कर … ” एक गाली है। अब दबंगों का हथियार बन गयी है। जिसे जहां दबंगई करनी है और किसी के अभिमान को बुलडोज़ करना है तो यह हथियार तैयार है। इस नंगेपन के खिलाफ मध्य प्रदेश को खड़ा होना पड़ेगा।
एक पत्रकार द्वारा भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित करने से नाराज थाना प्रभारी ने पत्रकार को फर्जी मामले में फंसाया, फिर थाने बुलाकर उसको हवालात मे डाल दिया। पत्रकार के परिजनों का आरोप है कि उसके साथ मारपीट करने के साथ ही थाना प्रभारी कमलेश साहू ने पत्रकार पिंटू दुबे के सिर पर पेशाब करके अपमानित किया।
छतरपुर निवासी पत्रकार मिंटू दुबे की बहन सुनीता तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया है कि “ख़बर दिखाने से नाराज़ सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने पत्रकार पिंटू दुबे पर न सिर्फ़ फर्जी एफआईआर दर्ज़ कर जेल भेजा बल्कि लॉकअप में मारपीट कर “सिर पर पेशाब किया और जान से मारने की धमकी भी दी।”
एसपी को दिए लिखित शिकायत में पत्रकार की बहन ने इल्ज़ाम लगाया है कि थाना प्रभारी साहू ने 10 दिन पुराने लूट की एफआईआर (IPC की धारा 394 और 587) में उसका नाम जोड़ कर जेल भेज दिया। मामला तब सामने आया जब पत्रकार पिंटू दुबे की पत्रकार बहन सुनीता दुबे अपने भाई से जेल में मिलने गई और उसने उन्हें आप बीती सुनाई।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक्स पर लिखा कि “सिर पर चढ़कर … ” एक गाली है। अब दबंगों का हथियार बन गयी है। जिसे जहां दबंगई करनी है और किसी के अभिमान को बुलडोज़ करना है तो यह हथियार तैयार है। इस नंगेपन के खिलाफ मध्य प्रदेश को खड़ा होना पड़ेगा।
साधना न्यूज में काम करने वाले दुबे की बहन सुनीता ने शनिवार को दर्जनों पत्रकारों के साथ छतरपुर एसपी अमित सांघी से मुलाकात की और कठोर कार्रवाई की मांग की। एसपी सांघी ने 48 घंटे में जांच करने के आदेश दिए हैं। पिछले माह सीधी ज़िले में बीजेपी के एक पदाधिकारी ने एक आदिवासी के सिर पर पेशाब कर दिया था। उस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश में राजनैतिक भूचाल आ गया था और उसे दबाने के लिए सीएम को पीड़ित आदिवासी के पैर धोने पड़े थे।
बीते दिनों मध्य प्रदेश से एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया या यूं कहे कि इंसान को इंसान कहने पर ही शर्म आने लगी। बीजेपी के कार्यकर्ता और सीधी से बीजेपी विधायक केदार शुक्ला के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला ने एक आदिवासी समाज के व्यक्ति दशमत रावत के सिर पर पेशाब किया था। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया और साथ ही उस पर एनएसए लगाकर उसके घर को गिरा दिया गया है।
तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी का पैर धुलकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की थी। लेकिन सीएम चौहान के राज में सिर पर पेशाब करने की घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। पुलिस लॉकअप में किसी आरोपी के सिर पर पेशाब करने की घटना ने मध्य प्रदेश में कानून के राज पर सवालिया निशान लगा दिया है।