उत्तर प्रदेश कायस्थ समाज में रोष चित्रांश कायस्थ कल्याण बोर्ड के गठन की मांग : प्रदीप सक्सेना वरिष्ठ बीजेपी नेता

मुरादाबाद आईबीसी ग्लोबल न्यूज नेटवर्क – अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ट्रस्ट आपकी सेवा में प्रस्तुत कर निवेदन करता रहा है कि

1 – कायस्थ समाज एक उच्च शिक्षित समाज है ।जो देश की आजादी से लेकर वर्तमान तक देश विकास की गति में निरंतर शासन/प्रशासन को सहयोग करता रहा है । संविधान निर्माण-/ देश के विभिन्न राजनीतिक-सामाजिक गतिविधियों सहित जनहित के आंदोलनों मैं सक्रिय भूमिका निभाते हुए सभी क्षेत्रों में अपनी पहचान देश हित में बनाता रहा है।



2 – कायस्थ समाज ना तो कृषक समाज है ,ना ही उद्योग, व्यापार में अग्रणी है ना ही श्रमिक वर्ग है कायस्थ समाज सदियों से प्रशासन में रहकर कलम का धनी अर्थात नौकरी पेशा समाज रहा है। इस समाज की आय का प्रमुख स्रोत नौकरी से प्राप्त आय निर्धारित वेतन ही है। जिससे इस समाज के परिवारों का पालन पोषण होता है ।



3 – कायस्थ समाज हमेशा सरकार एवं अन्य समाजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करता रहा है ।किंतु विगत *चार-पाच दशकों से आरक्षण के कारण कायस्थ समाज निरंतर आर्थिक, सामाजिक, प्रशासनिक , राजनैतिक व अन्य सभी क्षेत्रों में पिछड़ता जा रहा है।* चुकी कायस्थ समाज अभी स्वर्ण समाज में आता है, अतः आरक्षण के कारण राजकीय नौकरी पेशा सहित हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है।



4 – एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में *प्रशासनिक स्तर पर इस समाज का प्रतिनिधित्व धीरे-धीरे शुन्य हो गया है।*

5- उच्च शिक्षित होते हुए भी निजी कंपनियों में अल्प वेतन पर समाज के नौजवानों को कार्य करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। *वर्तमान में समाज का राजनैतिक, कृषि, व्यापार, उद्योग क्षेत्र में प्रतिनिधित्व शून्य है ।स्वर्ण समाज में होने के कारण मेघावी नौजवानों सहित संपूर्ण समाज को किसी भी प्रकार की, किसी भी स्तर पर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।*

6 – राजनीतिक क्षेत्र में कायस्थ समाज का प्रतिनिधित्व शून्य होने की वजह से सरकार व शासन तक समाज की वास्तविक समस्याओं व स्थिति की जानकारी भी नहीं पहुंच पा रही है ।इस कारण समाज की स्थिति का ग्राफ निरंतर तीव्र गति से गिर रहा है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले 1 दशक में समाज गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले समाजों में आ जाएगा।*

7 उपरोक्त स्थिति को नियंत्रित करने के लिए,– समाज के होनहार नौजवानों के समुचित विकास , सहायता , सहभागिता एवं उत्थान के लिए चित्रांश कायस्थ कल्याण बोर्ड का गठन किया जाना न्यायोचित एवं परम आवश्यक है ।ताकि समाज के निरंतर गिरते स्तर को कुछ संबल मिल सके।

8 – समाज को पूर्ण विश्वास था कि आप द्वारा समाज हित को मध्य नजर रखते हुए चित्रांश कायस्थ कल्याण बोर्ड के गठन को अपनी स्वीकृति प्रदान करेंगे पर आप द्वारा समाज हित को नजरअंदाज किए जाने से समाज में काफी निराशा के भाव एवं रोष उत्पन्न है।
9। इस क्रम में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से विभिन्न कायस्थ संगठनों द्वारा आपको व सभी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित भी किये गये है। सभी जनप्रतिनिधियों ने भी चित्रांश कायस्थ बोर्ड के गठन को उचित मानते हुए आपसे शीघ्र ही बोर्ड गठन की सिफारिश भी की है । *अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से समाज में निराशा के भाव निरंतर बढ़ रहे हैं*
आशा है आप इस विषय में पुनः गंभीर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए चित्रांश कायस्थ बोर्ड का गठन कर अनुग्रहित करेंगे। जबकि राजस्थान सरकार द्वारा चित्रांश कायस्थ बोर्ड का गठन कर दिया गया है।

यदि आप चित्रांश बोर्ड का गठन करते हैं तो उत्तर प्रदेश में निवास करने वाले ढाई करोड़ कायस्थ है जिसमें 90 पर्सेंट कायस्थ भाजपा को सपोर्ट करता है । इससे समाज को तो लाभ मिलेगा ही राजनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत हितकर रहेगा।

ibcglobalnews
Author: ibcglobalnews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपना शहर चुनें

× How can I help you?